गोरखपुर स्वच्छ भारत मिशन-नगरीय के अन्तर्गत स्वच्छ सर्वेक्षण -2024 के तहत महानगर में वायु प्रदूषण पर नियन्त्रण रखने हेतु नगर निगम, गोरखपुर द्वारा विशेष स्पे्रइंग मशीनो एवं वाहनों की मदद सें डिवाइडरों एवं सडकों के किनारे लगे हुए पेडो पर छिडकाव कर धूल-मिट्टी को हटाने का कार्य किया जा रहा है। महानगर में हो रहे वायु प्रदूषण की स्थिति को सुधारने के लिए धूल-मिट्टी पर नियन्त्रण करने का प्रयास किया जा रहा है। इसी के क्रम में महानगर की सडको पर मैक्नाईज्ड स्वीपिग के साथ पानी का छिडकाव भी किया जा रहा है, ताकि मिटटी धूल हवा के साथ न उडे। इसी क्रम में जनता से अपील की है कि अपने निर्माणाधीन भवनों से निकलने वाले धूल-मिट्टी पर नियन्त्रण रखने के लिए ब्लूकट का प्रयोग करे, और निर्माणाधीन भवनों के परिसर के बाहर से ढक कर रखे
, अन्यथा प्रदूषण फैलाने के आरोप में राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण एवं ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन के नियमों तथा नगर निगम अधिनियम 1959 की धाराओं में चालान और जुर्माने की कार्यवाही की जा सकती है। महानगर मे वायु प्रदूषण के नियन्त्रण के लिए अपने भवन निर्माण सामग्रीयों को भी अपने परिसर में रखे, न कि उनको सडको पर फैला कर जहा एक तरफ अतिक्रमण करने का कार्य करे और दूसरी तरफ जनता को धूल मिट्टी से होने वाली गंभीर बिमारियों को आमन्त्रित करें। ऐसा करना बैधानिक रूप से अवैध है, और नगर निगम, गोरखपुर द्वारा जहा आप के भवन निर्माण सामग्रीयो को जब्त किया जा सकता है, वही ऐसा कृत्य करने के कारण आप पर जुर्माना भी आरोपित किया जा सकता है।