विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान से संबंध शिशु शिक्षा समिति गोरखपुर द्वारा आयोजित सेवक, सेविका एक दिवसीय प्रबोधन वर्ग सरस्वती शिशु मंदिर (10+2) पक्की बाग गोरखपुर में संपन्न हुआ। समापन सत्र को संबोधित करते हुए रमेश जी (प्रांत प्रचारक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गोरक्ष प्रांत) ने कहा कि भारत भूमि महान है इस महान भूमि में आप सभी लोग एक महान कार्य कर रहे हैं। शिशु मंदिर की संकल्पना श्रद्धेय भाऊ राव देवरस, नानाजी देशमुख, कृष्ण चंद्र गांधी के मन में आई और शिशु मंदिर का निर्माण हुआ। इस निर्माण में आप सभी लोगों का अहम योगदान रहा है। शिशु मंदिर हमेशा परिवार भाव से कार्य करता है और इस परिवार के आप सदस्य हैं। आप सभी जाने अनजाने में हुए मान अपमान को समाहित करते हुए अपना कार्य करते हैं। विद्यालय में सबसे पहले आना, सबसे बाद में जाना, सबसे अधिक परिश्रम करना, परिसर को सजाने और संवारने में आप सबका अहम योगदान है। आचार्य के अतिरिक्त किसी भी विद्यालय को चलाने में सबसे ज्यादा अहम भूमिका है तो वह कर्मचारी बंधुओ की है। कर्म ही पूजा है इस महान कर्म को आप लोग पूजा समझ करते हैं। निश्चित रूप से आपके कर्मों का फल पूरे शिक्षा जगत को सुगन्धित करता है।
पुष्प दंत जैन (उत्तर प्रदेश ब्यापार कल्याण परिषद उपाध्यक्ष ) जी ने कहा कि आप लोगों का कार्य बहुत ही सराहनिय हैl बिना आपके सहयोग से बिना आपके भूमिका से विद्यालय ही नहीं कोई भी संस्था नहीं चल सकता है lमैं आप लोगों को हृदय से प्रणाम करता हूँ।
इससे पूर्व उद्घाटन सत्र में डा.रामनाथ (सह क्षेत्रीय मंत्री पूर्वी उत्तर प्रदेश) ने कहा कि समस्त विद्यालय परिवार की आप लोग चिंता करते हैं। इस तरह का वर्ग पहली बार लग रहा है। इस बैठक का एक लक्ष्य है कि हम लोग एक दूसरे से रूबरू हो,परिचित हो, आत्मीय भाव प्रगाढ़ हो। बिना किसी सरकारी सहायता के आप लोग जो सेवा देते हैं इससे हमें गर्व होता है। व्यक्ति की पहचान उसके कर्म से होती है l निश्चित रूप से आपका कर्म पूजनीय है।
राजबिहारी विश्वकर्मा (निदेशक स्वामी विवेकानंद आदर्श शिक्षा समिति) ने कहा कि मैं अभिभूत हूं इस कार्यक्रम से। राजा, रंक सबका एक ही उद्देश्य है धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष प्राप्त करना जिसमें मोक्ष की आवश्यकता सबको होती है। आप लोग परम सौभाग्यशाली हैं कि शिक्षा के क्षेत्र में आपको काम करने का मौका मिला है। ईश्वरी काम को आप सब तन मन से करते हैं। हमारे लिए कर्म ही सर्वोपरि होना चाहिए।
प्रस्तावकी राम सिंह (प्रदेश निरीक्षक शिशु शिक्षा समिति गोरख प्रांत) द्वारा रखी गई और उन्होंने कहा विश्व के सबसे बड़े संस्थान में आप सभी लोग काम कर रहे हैंl आप लोगों का यह योगदान संपूर्ण समाज एवं राष्ट्र को गर्वान्वित करता है।
प्रबोधन वर्ग में 300 सेवक सेविका उपस्थित रहे, अंत में सभी सेवक एवं सेविका बहनों को सम्मानित किया गया।अतिथि परिचय प्रधानाचार्य डॉक्टर राजेश सिंह जी द्वारा एवं संचालन दिवाकर मिश्र जी द्वारा हुआ इस अवसर पर विद्यालय समिति के कोषाध्यक्ष महेश गर्ग सहित समस्त विद्यालय परिवार उपस्थित रहा।