गोरखपुर, 9 मार्च। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर के अर्तगत संचालित कृषि संकाय और राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान, (एनबीआरआई) लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को ‘निर्जलित पुष्प शिल्प’ विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का अयोजन किया गया।
राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान से आये वैज्ञानिक डाॅ. अतुल बत्रा एवं डाॅ. श्वेता ने पुष्प निर्जलीकरण की वैज्ञानिक विधि के साथ फूलों और पत्तियों के रंग, आकार, सुन्दरता के संरक्षण एवं भौतिक क्षरण से बचाने की विधि पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। निर्जलीकृत फूलों का प्रयोग कलापूर्ण ग्रीटिंग कार्ड, वालप्लेट, लैंडस्केप डिजाइनिंग में किया जाता है। उन्होंने कहा कि निर्जलीकृत फूलों और पत्तियों से तैयार ग्रीटिंग कार्ड, वालप्लेट की बाजार में बहुत मांग है और इसमें रोजगार के असीम अवसर हैं।
आगंतुक वैज्ञानिकों ने विद्यार्थियों को व्यक्तिगत प्रशिक्षण के तहत विश्वविद्यालय प्रांगण में पुष्प निर्जलीकरण विधि और निर्जलीकृत पुष्पों के विभिन्न उपयोग की विधा सिखलाई। डॉ बत्रा ने कहा कि यह कार्यक्रम राष्ट्रीय पुष्पकृषि मिशन के अंतर्गत महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से संचालित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम से महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। प्रशिक्षण में श्रेष्ठतम प्रदर्शन करने वाली चयनित छात्राओं को राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान, लखनऊ में तीन दिवसीय निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जायेगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉ विमल कुमार दूबे ने तथा आभार ज्ञापन सह आचार्य डॉ संदीप श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम में डॉ. कुलदीप सिंह, डॉ. आयुष कुमार पाठक, डॉ. प्रवीन कुमार सिंह, डॉ. शाश्वती प्रेमकुमारी, सुश्री प्रीति (एनबीआरआई), स्नातक कृषि विज्ञान के प्रथम व द्वितीय वर्ष के समस्त विद्यार्थी उपस्थित रहे।