दो बार बाटम 5 में आने पर मिलेगी चेतावनी, एडीजी ने दिया निर्देश
गोरखपुर। पब्लिक एप्रूवल सिस्टम मेें जिस थाने की रैकिंग लगातार तीन माह तक बाटम 5 में रहने पर अब कार्रवाई होगी। वहां के थानेदार से थानेदारी छीनकर दूसरे को दी जाएगी। वहीं लगातार दो माह तक बाटम 5 में रहने पर उन्हें चेतावनी पत्र दिया जाएगा। ताकि उनमें सुधार हो अगर सुधार न हुआ और तीसरे माह भी उस थाने का प्रदर्शन वहीं रहा तो थानेदारी छीन ली जाएगी। यह निर्देश जोन के सभी जिलों के पुलिस कप्तानों को एडीजी अखिल कुमार ने निर्देश दिया है।
बकायदा एडीजी ने पिछले दो माह के टाप 5 में रहने वाले थानों और थानेदारों की सूची भी तैयार कराकर भेजी है। दरअसल पुलिस की कार्यप्रणाली कैसी है, किस थाने की पुलिस की छवि आम जनमानस में अच्छी है और किसकी खराब है इसक ो जानने के लिए पब्लिक रेटिंग सिस्टम से वोटिंग हो रही है। यह डायरेक्ट वोटिंग एडीजी के निर्देश पर आनलाइन हो रही है, इसे पब्लिक एप्रूवल सिस्टम नाम दिया गया है। इसके तहत आईजीआरएस पर रिपोर्ट, डायरेक्ट पोल सहित 5 बिदुंओं पर पब्लिक से उस थाने के बारे में राय लेकर कि उत्तम है या अतिउत्तम है या फिर खराब है यह जाना जाता है और फिर जोन स्तर पर रैकिंग एडीजी के यहां से दी जाती है।
जुलाई और अगस्त माह में लगातार बाटम 5 में रहने वाले थानेदारों में गोरखपुर के गुलरिहा थानेदार मनोज कुमार पांडेय, देवरिया कोतवाली के कोतवान मृत्युंजय सिंह, मडुआडीह के थानेदार डॉ महेंद्र कुमार, कुशनीगर के विशुनपुरा थानेदार महेंद्र प्रजापति, महराजगंज के फरेंदा के थानेदार संजय कुमार मिश्रा, घुघुली थानेदार देवेंद्र कुमार सिंह, बस्ती के दुबौलिया थानेदार विनोद कुमार, सिदर्थनगर के खेसरहा थानेदार भानु प्रताप सिंह, गोंडा के खरगपुर थानेदार कुबेर तिवारी, करनैलगंज थानेदार सुधीर कुमार सिंह, बलरामपुर के पचपेड़वा थानेदार आलोक राव और श्रावस्ती के मल्हीपुर के थानेदार हर्षवर्धन सिह शामिल हैं।
एडीजी ने बाटम 5 या बाटम दो में लगातार दो माह से रहने वाले फरेंदा के संजय कुमार मिश्रा, दुबौलिया के विनोद कुमार, खरगपुर के कुबेर तिवारी, करनैलगंज के सुधीर कुमार सिंह, पचपेड़वा बलरामपुर के आलोक राव और मल्हीपुर के थानेदार हर्षवर्धन सिहं को तत्काल चेतावनी पत्र जारी करने का निर्देश दिया है। वहां के एसपी व एसएसपी से कहा है कि इन थानेदारों को हिदायत दे कि अगर उनकी रैंकिंग इस माह भी नहीं सुधरी तो उनसे थानेदारी छीन ली जाएगी।
वहीं गुलरिहा थानेदार मनोज कुमार पांडेय, देवरिया कोतवाली के मृत्युंजय सिंह, मडुआडीह के महेंद्र कुमार, कुशीनगर के विशुनपुरा के महेंद्र प्रजापति, घुघली के देवेंद्र कुमार सिह और खेसरहा के भानु प्रताप सिंह संग समीक्षा बैठक करने,उन्हें रैंकिंग में सुधार करने और रैकिंग सिस्टम के बारे में बताने के लिए वहां के एसएसपी व एसपी को एडीजी ने निर्देशित किया है।
तो दूसरी ओर बस्ती के दुबौलिया थानेदार विनोद कुमार, खरगपुर थानेदार कुबेर तिवारी, करनेलगंज के थानेदार सुधीर कुमार सिंह, पचपेड़वा थानेदार आलोक राव और मल्हीपुर के थानेदार हर्षवर्धन सिंह को अगले माह भी बाटम 5 या दो में रहने पर थानेदारी से हटाने का निर्देश एडीजी ने संबंधित पुलिस कप्तान को दिया है।
एडीजी जोन अखिल कुमार ने निर्देशित किया है कि तहरीर के आधार पर शत प्रतिशत एफआईआर दर्ज किया जाए। किसी भी सूरत में एनसीआर न दर्ज किया जाए। साथ ही एफआईआर की कापी वादी को तत्काल मुहैया कराकर विवेचना की जाए। इसके अलावा मुकदमों में बिना सीओ, एसपी और एसएसपी के निर्देश पर धारा न घटाई बढ़ाई जाए एवं नाम बढ़ाने और घटाने की भी कार्रवाई बिना अधिकारियों के निर्देश के न हो।साथ ही शरीर संबंधी अपराध में अर्दली रूम में विवेचक और वादी के साथ बैठक कर चर्चा की जाए। वहीं अर्दली रूम और निरीक्षण के दौरान उच्चाधिकारी अर्दली रूम रजिस्टर और अपराध रजिस्टर अवश्य चेक करें। एडीजी ने कहा कि लगातार शिकायतें आ रही है कि पुलिस एफआईआर दर्ज नहीं करती, गलत एफआईआर हो रहा है,मुकदमों की विवेचना में लापरवाही हो रही है, मनमाने ढंग से धाराएं घटाई या बढाई जा रही है। धनउगाही कर निर्दोष के नाम जोड़े और अभियुक्तों के नाम घटाए जा रहे हैं, साथ ही मेडिकल और बयान समय से नहीं कराया जा रहा है, विवेचनाओं को अनावश्यक रूप से लंबित रखा जा रहा है साथ ही आरोप पत्र और अंतिम रिपोर्ट प्रेषित नहीं की जा रही है। एडीजी ने पुलिसकर्मियों को फिर से चेताने के लिए पुलिस कप्तानों को निर्देशित किया है।