चैत्र नवरात्र 2022 की शुरु- आत 2अप्रैल से, इन दिनों में क्या नही करना चाहिए आइए जाने…………..

शिक्षा-स्वास्थ्य

चैत्र नवरात्र 2022- आगामी 2 अप्रैल 2022 से चैत्र के नवरात्रि शुरू हो रहे हैं। नवरात्रि का त्यौहार हिंदू धर्म में बहुत ही हर्षोल्लास के व धूम धाम के साथ मनाया जाता है। नवरात्रों के दौरान माता दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा करने का विधान होता है। पूरे वर्ष भर में नवरात्रि चार बार आते हैं लेकिन इनमें से चैत्र की नवरात्रि और श्राद्ध वाली नवरात्रि बहुत ही अधिक महत्व वाली होती है। चैत्र नवरात्रि का पर्व मार्च-अप्रैल के बीच में और शारदीय नवरात्रि सितंबर और अक्टूबर के बीच में पड़ता है। मान्यता के अनुसार नवरात्रि के समय में मां दुर्गा की पूजा अर्चना करने पर मां की कृपा मिल जाती है। धार्मिक मान्यताओं के माने तो नवरात्रि के अवसर पर कुछ कार्य ऐसे भी होते हैं जिन्हें करने से या कार्य करने पर दरिद्रता के साथ-साथ व्यक्ति को बहुत सी प्रकार की मुसीबतों से जूझना पड़ सकता है। ऐसे ही कूछ कार्य आपको आज हम बताने वाले हैं जिन्हें करने पर आप इन मुसीबतों से बचाव कर सकते हैं।

नवरात्र में प्याज व लहसुन का सेवन ना करे। नवरात्रों के समय पर लहसुन खाना वर्जित बताया गया है। धार्मिक मान्यताओं की मानें तो प्याज और लहसुन को तामसिक भोजन के रूप में गिना जाता है। ऐसी मान्यताएं बताई गई है कि तामसिक भोजन हमारे मन और शरीर को दूषित कर देता है। इसी के साथ-साथ मानसिक थकान का भी कारण बन सकता है। इसी कारण से नवरात्रि के 9 दिनों में तामसिक खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करें।

मास व मदिरा का सेवन न करे
वैसे तो शराब का सेवन हमेशा से ही हानिकारक सिद्ध होता है। लेकिन चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा की आराधना के लिए सबसे पवित्र दिन बताया गया है। इसी कारण से नवरात्रि के समय में शराब का सेवन करना वर्जित बताया गया है ऐसा करने पर मां क्रोधित हो सकती हैं।
नवरात्रि के समय में चमड़े से बनी हुई चीजों जैसे की बेल्ट, ब्रेसलेट, जूते या फिर जैकेट जैसी चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। चमड़ा जानवर की खाल से बना हुआ होता है। इसी कारण से इसे बहुत ही अशुभ बताया गया है। नवरात्रि के समय में चमड़े से बनी हुई चीजों को धारण नही करना चाहिए ,बाल और नाखून नहीं काटने चाहिए
कई बार आपने यह देख लिया होगा कि कुछ लोग नवरात्रों के शुरू होते ही पहले ही अपने नाखूनों या फिर बालों को कटवा लिया करते हैं। जिससे कि नवरात्रि के 9 दिनों में उन्हें नाखून और बाल कटवाने की आवश्यकता ना पड़े। मान्यता के अनुसार नवरात्रि के 9 दिनों में बाल और नाखून कटवाने की से मां दुर्गा क्रोधित हो सकती हैं। इसी कारण से नवरात्रि के समय में बाल और नाखून काटना वर्जित बताया गया है।

अपशब्दों व झूठ का सहारा ना करें
नवरात्रों को हिंदू धर्म में बहुत ही पवित्र पर्व बताया गया है। इसी कारण से नवरात्रि के समय में किसी भी व्यक्ति को अशुभ या फिर अपशब्द ना बोले। नवरात्रि के समय में मां दुर्गा की देवी और भक्ति करने का समय बताया गया है और अगर ऐसे वक्त में हम गलत शब्दों का इस्तेमाल करते हैं तो मां दुर्गा क्रोधित हो जाती हैं। इसी कारण से इस समय में आप शब्दों का प्रयोग ना करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *