गोरखपुर उत्तर प्रदेश खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी में उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, महाराष्ट्र व काश्मीर के खादी वस्त्र, सिल्क, टसर, ऊनी वस्त्र, ऊनी सदरी, जैकेट, ऊनी शाल, बिहार (भागलपुर) की सिल्क चादरे, राजस्थान बीकानेर का पापड़, बड़ी, भुजियाॅ, नमकीन, प्रतापगढ़ का आँवला उत्पाद, कन्नौज के सुगन्धित धूपबत्ती व अगरबत्ती एवं आयुर्वेदिक औषधियाँ (जड़ी-बूटी), भदोही की दरी कालीन, लखनऊ की बुटिक, शुद्ध शहद, चर्म वस्तुएं, एवं अन्य ग्रामोद्योगी उत्पाद उपलब्ध है। एक ही स्थान पर घरेलू उपयोग के सामान उपलब्ध है। आज सांय काल सांस्कृतिक संध्या सबरंग कार्यक्रम की शुरूआत सुप्रसिद्ध भजन गायिका सुश्री चेता सिंह जी ने गांधी जी के प्रिय भजन-वैष्णव जन से की। इसके बाद उन्होेंने ‘‘पायो जी मैनें, राम रतन धन पायो’’ सुनाया जिससे संध्या राममय हो गयी। चेता सिंह ने सुराजी गीत- हम त चरखा से लेहली सुराज चरखवा चालू रहे, गाकर श्रोताओं में देशभक्ति की भावना को बढ़ाया। आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका इण्डियन इन्स्टीच्यूट आफ नव्य इण्डिया तथा रंग थियेटर की रही।
सांस्कृतिक संध्या सबरंग के और कलाकारों ने प्रदर्शनी में आये हुए जनता को अपने भजन और गायन से मंत्र मुग्ध किया और सैकड़ो की संख्या में श्रोतागण एवं दुर्गा प्रसाद उपस्थित रहे। अंत में श्री एन0पी0 मौर्य, उप मुख्य कार्यपालक अधिकारी, गोरखपुर ने सभी आगन्तुको का अपना आभार व्यक्त किया।