कानपुर चकेरी एयरपोर्ट पर उस वक्त हड़कंप मच गया जब एच एल, का सामान ला रहे एक मालवाहक जहाज ने रनवे से अपना डिसबैलेंस खो दिया। जहाज N,32 एग्रो था, जिसमें दो पायलट और 2 क्रू मेंबर भी मौजूद थे। जो चेन्नई से एच एल का सामान लेकर आ रहे थे। जहाज ने अपना संतुलन खो दिया। जिस वक्त कानपुर चकेरी एयरपोर्ट पर उसने लैंडिंग करी, लैंडिंग के समय संतुलन खोने के साथ पायलट ने समझदारी करी और उसे घास में उतार दिया। गनीमत यह रही कि जहाज में आग नहीं लगी और कोई भी हताहत नहीं हुआ। यह जांच का विषय है, कि किस वजह से जहाज ने डिसबैलेंस खोया था, यह जांच का विषय है। लेकिन यह बहुत बड़ा हादसा होने के कगार पर था, इसकी जांच होना भी बहुत जरूरी है। अगर ऐसे जहाज रनवे पर उतरते समय हादसे होते रहे तो, यह हादसा बड़े हादसे में भी तब्दील हो सकता है। यह देखना पड़ेगा कि जब जहाज लैंडिंग करें या जब-जब टेक ऑफ करें तो उसकी पूरी जांच होनी चाहिए।