कपिल सिब्बल ने आज लखनऊ में राज्यसभा उम्मीदवार का पर्चा भरने के बाद कहा कि उन्होंने 16 मई को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। सिब्बल ने कहा कि बतौर निर्दलीय वह समाजवादी पार्टी की मदद से एकबार फिर यूपी से राज्यसभा जा रहे हैं।
सिब्बल ने कहा कि वह कांग्रेस के बारे में कुछ नहीं कहेंगे। उन्होंने कहा,अभी ‘मैंने इस्तीफा दे दिया है तो मेरे लिए कांग्रेस के बारे में कुछ कहना उचित नहीं होगा। कांग्रेस का 30-31 साल का साथ छोड़ना इतना आसान नहीं था।
निर्दल बन सरकार को घेरेंगे ,सिब्बल ने औपचारिक तौर पर समाजवादी पार्टी का दामन नहीं थामा है। उन्होंने निर्दलीय पर्चा भरा है। एसपी के समर्थन से वह राज्यसभा जा रहे हैं। पर्चा भरने के बाद सिब्बल ने कहा, ‘हम विपक्ष का गठबंधन बनाना चाहते हैं।’
सिब्बल ने कहा कि हम विपक्ष में रहकर मोदी सरकार का विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि 2024 चुनाव से पहले हम मोदी सरकार की कमियों और खामियों को जनता के बीच ले जाएंगे। हम जनता तक विपक्ष की बात पहुंचाएंगे।
कपिल सिब्बल को हाल ही में राजस्थान के उदयपुर में आयोजित चिंतन शिविर में बुलाया गया था। लेकिन जी-23 के बागी रहे सिब्बल वहां नहीं गए थे। तभी से कयास लगाए जा रहे थे कि वह पार्टी छोड़ सकते हैं।
जी-23 कांग्रेस के पार्टी नेताओं का एक समूह है। इन नेताओं ने पिछले साल पार्टी नेतृत्व और उसकी कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाते हुए सोनिया गांधी को खत लिखा था। इन नेताओं ने जल्द से जल्द संगठन चुनाव कराने की मांग की थी। इसमें कपिल सिब्बल, गुलाम नबी आजाद समेत कई बड़े- बड़े कांग्रेसी नेता शामिल थे।