एडीजी जोन अखिल कुमार ने सभी जिला मजिस्ट्रेट एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को लिखा पत्र—दुकानों पर बिकने वाले कारतूस का कराया जाये सत्यापन: एडीजी जोन
गोरखपुर। अवैध असलहा की फैक्ट्री एवं अवैध असलहा के इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई तो करती है लेकिन बड़ा सवाल यह है कि इनके पास कारतूस कहां से मिलता है जिसकी जांच के लिए ए डी जी जोन अखिल कुमार ने जोन के सभी जिला मजिस्ट्रेट व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को पत्र लिखकर अवगत कराया गया है कि वह अपने जनपद के शस्त्र दुकानदारों के यहां से बिकने वाले कारतूसो का सत्यापन करें कि किसने कितने कारतूस खरीदी दी है और उसका इस्तेमाल कहां किया है जांच से कहीं ना कहीं कुछ जरूर कुलु मिलेगा जिससे अपराध व अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने में पुलिस को बड़ी मदद मिलेगी।
जनपद में हो रही लगातार घटनाओं में पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि बदमाश 32 बोर की पिस्टल 315 बोर की कट्टे का इस्तेमाल करते हैं। इन्हें कारतूस कहां से मिलता है । कारतूस तो कंपनी में ही बनाए जाते हैं अवैध असलहे की फैक्ट्रियों पर पुलिस कार्रवाई करती है लेकिन कारतूस बदमाशों को कैसे मिलता है यह एक जांच का विषय है जिसकी अगर गहनता से जांच की जाए तो एक बड़ा नेटवर्क खुलकर सामने आएगा जो अपराधियों को कारतूस सप्लाई का काम करता है जिसमें कहीं ना कहीं दुकानदारों की भी संलिप्तता होती है क्योंकि कारतूस खरीदने की भी एक नियम है और उन कारतूस के खोखे भी जमा कराए जाते हैं इसके बाद ही दूसरी कारतूस मिलती है लेकिन कारतूसों के खेल में कोई बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है जो अपराधियों को कारतूस सप्लाई करने का काम करता है अगर पुलिस उन तक पहुंच जाती है तो अपराध के ग्राफ में कमी जरूर आएगी।